FAILED STATE : पाकिस्तान
पाकिस्तान की राजनीति: बिकि हुई सेना का दबदबा और नाजायज हस्तक्षेप
पाकिस्तान – भारत संबंध :
पाकिस्तान, एक दक्षिण एशियाई राष्ट्र हे, जो कि1947 में भारतीय उपमहाद्वीप के विभाजन से उत्पन्न हुआ था। उस वर्ष लगभग 12 से 15 मिलियन लोग बेघर हुये थे, और उनके लिए उनके धर्म पर निर्भर करता था कि वे किस दिशा में जाएं। हिन्दू और सिख मिलकर अलग हो गए, और मुसलमानों ने पाकिस्तान की स्थापना की थी।
पाकिस्तान की राजनीतिक और खुद बनाई हुई आर्थिक समस्याएं
पाकिस्तान को अपनी आर्थिक और राजनीतिक संकटों से कभी पूरी तरह से निपट नही पाया ये आज भी एक चुनौती है। लेकिन पिछले इन आठ दशकों में एक बात निरंतर बनी रही है, वह है उसकी सेना ओर रिसोर्सेस पर उसका अवैध कब्जा.
पाकिस्तान की सेना का अवैध दबदबा
पाकिस्तान की सेना का दबदबा देश में कैसे है? क्या कभी चुनाव से उभरा कोई नेता या उसकी सरकार इस रुझान को बदल सकता है?
पाकिस्तान में आम जनता की रोज कि चिंताएं
पाकिस्तान की आम जनता क्या सोचती है? क्या उन्हें राजनीतिक सिस्टम में भरोसा है?
-> जवाब हे नही : शायद इसी लिये पढाई पुरी करने के बाद हर कोई पाकिस्तान से बहार जाकर किसीभी अन्य देश मे बसने कि कोशिश करता हे.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों की अधूरी कार्यकाल और उसकी रीवायात
पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों के कार्यकाल क्यों अधूरे रहे हैं? क्या इसका कोई निराकरण किया जा सकता है?
-> जवाब हे : ७ वी सदि कि विचारधारा.
पाकिस्तान के भविष्य की चुनौती
पाकिस्तान के भविष्य में क्या चुनौतियां हैं? क्या नए चुनावी प्रक्रिया के माध्यम से देश को स्थायीता मिल सकती है?
-> जवाब हे : नही, क्यो कि जिस देश कि बुनियाद एक काल्पनिक विचारधारा से बंधी हो जिसमे बदलाव लाने कि या खुद को समय के अनुसार ढलने कि कोई गुंजाईश न हो उसका हषर तुटना हि होता हे… अब देखना ये हे के ये कब होगा !
निष्कर्ष
पाकिस्तान के राजनीतिक दृष्टिकोण में सेना का दबदबा और नाजायज हस्तक्षेप एक महत्वपूर्ण चुनौती है। इसके बावजूद, लोगों में चुनाव प्रक्रिया के प्रति आशा और विश्वास बना रहता है कि देश एक स्थायी और निर्भीक नेतृत्व की दिशा में अग्रसर हो सकता है। पर ये सिर्फ एक काल्पनिक विश्वास हि हे.