PM Modi’s Man Ki Baat 108th Episode Summary प्रधानमंत्री मोदीजी कि मन कि बात १०८ वा भाग सारांश
सुखद मिलन: यात्रा का आनंद
मन की बात के इस 108 वें एपिसोड में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से मिलकर खासी बातें की हैं। उन्होंने बताया कि यह एपिसोड उसके लिए खास है और इसमें विभिन्न आंकड़ों और पर्वों की महत्वपूर्णता पर ध्यान केंद्रित है।
108 का महत्व: एक गहन अध्ययन
इस एपिसोड में, प्रधानमंत्री ने 108 के आंक के महत्व को बताया है। माला में 108 मन के जप, मंदिरों में 108 सीढ़ियां, और अन्य कई स्थानों पर 108 का संकेत भारतीय सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से कैसे जुड़ा हुआ है, इस पर विस्तृत चर्चा की गई है।
देश की उपलब्धियां: साल 2024 का सूर्योदय
प्रधानमंत्री ने बताया कि साल 2024 का पहला सूर्योदय देश के लिए एक नए युग की शुरुआत को दर्शाता है। उन्होंने देशवासियों को नए संकल्प और ऊर्जा के साथ आगे बढ़ने का संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया और उन्होंने सभी को नए वर्ष की शुभकामनाएं भी दीं।
देश की उपलब्धियों का गर्व: नारी शक्ति, विजय, और इनोवेशन
प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम को पारित किया है और इसकी सफलता के बारे में बातें की हैं। उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था के बड़े उपलब्धियों, जैसे की दुनिया के पांचवें सबसे बड़े अर्थव्यवस्था बनने, की बात की है।
सांस्कृतिक और खेल क्षेत्र में प्रदर्शन
इस एपिसोड में, प्रधानमंत्री ने भारतीय खिलाड़ियों के द्वारा किए गए शानदार प्रदर्शन के बारे में भी बताया है। एशियन गेम्स और क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारतीय टीमों द्वारा जीते गए मेडल्स का विशेष उल्लेख किया गया है।
इनोवेशन और विकास: भारत का मानव संसाधन
इस भाग में, प्रधानमंत्री ने भारत के इनोवेशन क्षेत्र में की गई प्रगति के बारे में चर्चा की है। देश ने ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में बड़ी सुधार किया है और पेटेंट की संख्या में भी वृद्धि हुई है। इससे भारत को एक अग्रणी इनोवेशन हब बनने का मौका मिला है।
जन भागीदारी: सफलता का राज
प्रधानमंत्री ने देश के सफलता के पीछे जन भागीदारी का महत्वपूर्ण योगदान को भी बताया है। आजादी के अमृत महोत्सव और “मेरी माटी, मेरा देश” अभियान के सफल प्रयासों के बारे में चर्चा की गई है, जिसमें करोड़ों लोगों ने भाग लिया है।
स्वस्थ जीवनशैली की महत्वपूर्णता
प्रधानमंत्री ने लाइफस्टाइल से जुड़ी बढ़ती समस्याओं के बारे में चर्चा की है और युवाओं से फिट इंडिया अभियान के लिए अपनी सहयोगी भूमिका निभाने का आग्रह किया है।
अनुसंधान और विकास: भारतीय इनोवेशन का अद्भुत सफलता
प्रधानमंत्री ने भारत के अनुसंधान और विकास क्षेत्र में की जाने वाली उपलब्धियों की चर्चा की है। देश ने इनोवेशन में बड़ी सफलता प्राप्त की है और विश्वभर में अपनी पहचान बना रखी है।
मोदीजी कहते हे कि :
आशा और उम्मीद: भविष्य की दिशा
मन की बात के इस एपिसोड में प्रधानमंत्री ने देशवासियों से नए संकल्प लेने और ऊर्जा से भरपूर भविष्य की दिशा में एक साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया है। उन्होंने सभी को नए वर्ष की शुभकामनाएं दीं और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। इस भारतीय सामर्थ्य का एक नजरिया है जिसमें विकास, उन्नति, और एकमिति की भावना से भरा हुआ है।
यह एपिसोड देशवासियों को एक नए और सकारात्मक भविष्य की ओर एक मजबूत कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है। 2024 का सूर्योदय देश के लिए एक नए युग की शुरुआत है, जिसमें सफलता की ऊंचाइयों को छूने का संकल्प है। साथियों, यह एपिसोड देश की ऊर्जा, सांस्कृतिक धरोहर, और उपलब्धियों का एक संक्षेप है जो भारतीय जनता को एक साथ मिलकर अगले कदमों की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।
अंतरराष्ट्रीय ईयर ऑफ मिलेट्स: भारतीय स्टार्टअप्स की उच्च उड़ान
2023 में भारत ने अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष का आयोजन किया, जिससे स्वस्थ आहार के क्षेत्र में कई स्टार्टअप्स को नए अवसर मिले। लखनऊ से शुरू होकर प्रयागराज के ‘ग्रैंड मा मिलेट्स’ और ‘न्यूट्रा स्यूटिकल रिच ऑर्गेनिक इंडिया’ जैसी कंपनियाँ ने नए-नए इनोवेशन के साथ स्वस्थ खाद्य का सृजन किया।
स्वस्थ जीवनशैली: युवाओं की नई रुचि
युवा कंपनियों जैसे ‘अल्पो हेल्प फूड्स’, ‘एबोरल’, और ‘कीरोज फूड’ ने हेल्दी फूड के ऑप्शंस को बढ़ावा देने के साथ ही नए इनोवेटिव प्रयासों का समर्थन किया है। बेंगलुरु की ‘अनबॉक्स हेल्थ’ ने लोगों को उनकी पसंदीदा डाइट चुनने में मदद करने के लिए नई तकनीकों का उपयोग किया है।
फिजिकल हेल्थ: एक स्वस्थ भविष्य की कुंजी
फिजिकल हेल्थ के महत्व को बढ़ती चर्चा में, व्यायाम और 7 घंटे की पूरी नींद की महत्वपूर्णता पर भी बल दिया गया है। ‘फिट इंडिया’ अभियान ने भी लोगों को नियमित एक्सरसाइज की आदत डालने की प्रेरणा दी है, जिससे एक स्वस्थ जीवनशैली की दिशा में कदम बढ़ाया जा सकता है।
मानसिक स्वास्थ्य: आधुनिक समस्याओं का समाधान
इनोवेटिव स्टार्टअप्स जैसे ‘इनफी हिल’ और ‘योर डोस्त’ ने मानसिक स्वास्थ्य और वेल बीइंग को बढ़ावा देने के लिए काम किया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके, ये स्टार्टअप्स मानसिक बीमारियों को सुधारने में भी मदद कर रहे हैं।
साकारात्मक संदेश: भारतीयों को स्वस्थ भविष्य की दिशा में प्रेरित करते हुए
आधुनिक भारत की ऊर्जा, सांस्कृतिक धरोहर, और उपलब्धियों को मजबूत कदमों से बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को प्रेरित किया है। फिट इंडिया के लक्ष्य की दिशा में, इनोवेटिव हेल्थकेयर स्टार्टअप्स को समर्थन देने और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए हम सभी को एक साथ काम करना चाहिए।
नए आयाम: स्वस्थ भविष्य की दिशा में
आगे बढ़ते हुए, फिट इंडिया के सपनों को साकार करने की दिशा में, हमें इनोवेटिव हेल्थकेयर स्टार्टअप्स की बातचीत को आगे बढ़ाना चाहिए। फिजिकल और मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जाने जाने वाले लोगों के अनुभव को साझा करके, हम सभी मिलकर एक स्वस्थ भविष्य की ओर कदम बढ़ा सकते हैं।
सबका साथ, सबका सामर्थ्य: स्वस्थ भारत की दिशा में
श्री जग्गी वासुदेव जी के मार्गदर्शन में, फिटनेस के साथ मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा करना हमारे लिए एक महत्वपूर्ण धारणा है। स्वास्थ्य और वेल बीइंग के क्षेत्र में काम करने वाले स्टार्टअप्स को समर्थन और प्रेरणा देने का यह समय है, ताकि हम सभी मिलकर एक स्वस्थ और सकारात्मक भविष्य की दिशा में कदम बढ़ा सकें।
मेंटल फिटनेस का महत्व
शतरंज ग्रंथ में मेंटल फिटनेस को बढ़ावा देने की चर्चा चेस के खेलने का सीधा संबंध मेंंटल फिटनेस के साथ दर्शाती हे.
फिटनेस के लिए साकारात्मक अनुभव
फिट इंडिया के अभियान से लाखों लोगों को एक्सरसाइज में जुटाने का प्रयास स्वस्थ जीवनशैली की दिशा में बदलाव के लिए सकारात्मक संदेश हे.
फिटनेस में भारतीय योगदान
भारतीय स्टार्टअप्स के योगदान से अंतरराष्ट्रीय मानकों में सुधार हुआ हे, भारतीय पारंपरिक व्यायाम जैसे गदा व्यायाम का पुनर्निर्माण दिखाई दे रहा हे.
सही तरीके से फिट रहने के लिए गुरुत्वाकर्षण यांनी टिके रहना जरुरी
फिटनेस के लिए शॉर्टकट नहीं, लॉन्ग लास्टिंग समर्थन होना चाहिये सही तरीके से जीने के लिए नैतिकता और स्वस्थ जीवनशैली महत्वपूर्ण हे.
भाषा: सांस्कृतिक संधारिता का आधार
कुछ दिन पहले काशी में एक एक्सपेरिमेंट हुआ था, इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एआई टूल भाषणी का सार्वजनिक रूप से पहली बार उपयोग किया गया। इससे हिंदी में संबोधन करने का निर्देश दिया गया था, लेकिन एआई टूल की वजह से वहां मौजूद तमिलनाडु के लोगों को मोदीजी का संबोधन उसी समय तमिल भाषा में सुनाई दे रहा था।
भाषा का महत्व
इस प्रयोग ने दिखाया कि जब टेक्नोलॉजी भाषा के क्षेत्र में प्रयुक्त होती है, तो यह कैसे अगले समय में विभिन्न भाषाओं में संबोधन करने का संभावना है, जैसे कि सिनेमा हॉल में एआई की मदद से रियल टाइम ट्रांसलेशन सुनना।
भाषा के संरक्षण का प्रयास
आज की युवा पीढ़ी से मोदीजी आग्रह करते हे कि रियल टाइम ट्रांसलेशन से जुड़े एआई टूल्स को और एक्सप्लोर करें ताकि भाषाएं 100% फुल प्रूफ बन सकें।
भाषा का उपयोग: एक आदिवासी गांव का उदाहरण
झारखंड के एक आदिवासी गांव की कहानी दिखाती है कि कैसे भाषा के माध्यम से शिक्षा में सुधार किया जा सकता है। इस गांव ने अपने बच्चों को मातृभाषा में शिक्षा देने के लिए एक अनूठी पहल की है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति: भाषा की मुश्किलों का समाधान
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से भी मदद मिल रही है जो भाषा की मुश्किलों को दूर करने में सहायक है। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी भी बच्चे की शिक्षा और प्रगति में भाषा को बाधित नहीं होने दिया जाए।
महान नारियों का योगदान
भारतीय भूमि को हमेशा से नारियों ने गौरवान्वित बनाया है, सावित्रीबाई फुले और रानी बेलू नाचियार जैसी महान व्यक्तियां उनमें से हैं। उनका योगदान हमें आज भी प्रेरित कर रहा है।
सावित्रीबाई फुले: शिक्षा और समाज सुधार के प्रति समर्पित
सावित्रीबाई फुले ने हमेशा महिलाओं और वंचितों की शिक्षा के लिए अपनी आवाज बुलंद की इसलिये उनका योगदान हमेशा याद रहेगा।
रानी बेलू नाचियार: वीर नारी की प्रेरणा
रानी बेलू नाचियार, जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ बहादुरी से लढे थे यह, हमें एक वीर नारी की प्रेरणा प्रदान करती है। उनकी शौर्यगाथा हमें सच्चे राष्ट्रभक्ति का सबक सिखाती है।
भाई जगदीश त्रिवेदी: हास्य कला के प्रणेता
भाई जगदीश त्रिवेदी ने न केवल हास्य कला में अपना कदम रखा है, बल्कि उन्होंने भी सामाजिक कार्यों के लिए अपनी पूरी आयु समर्पित की है। उनकी किताब “सोशल ऑडिट ऑफ सोशल सर्विस” ने उनके समर्पण को अनूठे ढंग से दर्शाया है।
समृद्धि की दिशा में: 2024 की कामयाबी की प्रार्थना
मोदीजी केहेते हे : 2024 में हमें एक नई ऊंचाई पर पहुंचने का संकल्प लेना चाहिए। देश के विकास में सभी को मिलकर योगदान देना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। हमें एक साजग और सशक्त भारत की दिशा में अग्रसर होना चाहिए।
सांस्कृतिक योगदान: अयोध्या में राम मंदिर
अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए लोग नए गीत, भजन, और कविताएं रच रहे हैं। इसके साथ ही, युवा साथी भी नए भजनों की रचना कर रहे हैं और सामाजिक मीडिया पर साझा कर रहे हैं।
सारांश
भारतीय समाज अपनी सांस्कृतिक धरोहर को समृद्धि की दिशा में बढ़ाने के लिए सजग है। रानी बेलू नाचियार और भाई जगदीश त्रिवेदी जैसे व्यक्तियों की कहानी से हमें प्रेरणा मिलती है कि संघर्ष और समर्पण से ही हम अगले स्तर पर पहुंच सकते हैं। 2024 में हमें नए उज्ज्वल कल की ओर बढ़ते हुए, एक सशक्त राष्ट्र बनाने की दिशा में कदम से कदम मिलाकर चलना चाहिए।
सोर्स : इंटरनेट तथा ऑल इंडिया रेडीओ